अंकित माथुर
आतंक का पर्याय बन चुके ओसामा बिन लादेन का मारा जाना विश्व शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण परिघटना मानी जा सकती है। ज़ाहिर है कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा, इस उप्लब्धि पर अपनी पीठ थपथपाने के लिये कोई कसर नही छोड़ना चाहते हैं। देर रात अमेरिकी राष्ट्राध्यक्ष की ओर से जारी बयान ये ही इंगित करता है।
ओबामा द्वारा ये स्वीकार किया जाना कि ओसामा को पाकिस्तान के अंदरुणी हिस्से एबोटाबाद में मारा गया पाकिस्तानी खुफ़िया एजेंसी आई एस आई पर आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता को दर्शाता है।
आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान के खिलाफ़ भारतीय अभियान के लिये ये एक अत्यधिक महत्वपूर्ण परिवृद्धि है।
गृह मंत्री श्री पी चिदंबरम ने भी बिना समय गंवाये तुरंत तीखी प्रतिक्रिया दी है।
अब देखना ये है, कि कूटनीतिक स्तर पर भारत, पाकिस्तान पर अपने हमलों की धार कितनी और कैसे तेज़ करता है।